जौनपुर शहर के तारापुर तकिया स्थित मदरसा जामिया तुशशैख अस अद अल मदनी का सलाना दस्तार बन्दी (दीक्षांत समारोह)का आयोजन और एहाये कुरान कॉन्फ्रेंस का इजलास आज मदरसे के प्रांगण में बड़े धूम धाम से आयोजित हुआ ।कार्यक्रम का आगाज कलामे इलाही से मौलाना सारिब बनारसी ने किया,इस मोके पर मदरसों के तलबा (छात्रों) को हाफ़िज़ की डिग्री लेने वाले छात्रों को पग़ड़ी बांध कर उनको सनद मुख्य अतिथि के हाथों प्रदान की गई।कार्यक्रम का संचालन मोहम्मद साजिद ने कुशलता पूर्वक किया। इस मौके कर मदरसा संचालक/प्राचार्य मौलाना वसीम शेरवानी ने कहा कि आज लोग शिक्षा में बहुत आगे तो बढ़ गए हैं लेकिन उनके अंदर संस्कार नहीं है। समाज में आपसी सद्भाव बनाए रखने की लिए शिक्षा के साथ साथ संस्कार भी बहुत ही जरूरी है,उन्होंने आगे कहा कि ऐसी शिक्षा समाज को हासिल होनी चाहिए जिसमें पैसे की कमी आड़े न आए। मुख्य अतिथि मौलानाअब्दुल रशिद ने अपनी खास तकरीर में कहा कि इस्लाम धर्म के अनुयायियों को चाहिए कि वह अपने पैगंबर के बताओ हुए मार्ग पर ही चले तब ईश्वर की अनुकंपा उनके ऊपर होगी, हर बुराई से अपने आप को रोकें जिसके लिए रसूल और कुरान मना करता है। हाफिज की डिग्री लेने वाले बच्चों ने बताया कि हाफिज के साथ साथ व कंप्यूटर साइंस,मेडिकल, प्रशासनिक नौकरी में भी अपने भविष्य की तलाश के लिए आगे की शिक्षा जारी रखेंगे, ताकि समाज में संस्कार के साथ-साथ शिक्षा के महत्व को भी समझा जा सके। कार्यक्रम में मुख्य रूप से मौलाना खालिद आजमी, मौलाना वसीम क़ासमी,मौलाना राशिद बखरावी,हाजी अशरफ शेरवानी,मुफ्ती वकार,ने भी अपने अपने वक्तव्य दिए,इस मोके पर मुख्य रूप से शहर के अकील सिद्दीकी,शकील सिद्दीकी,महताब सिद्दीकी,इम्तियाज सिद्दीकी,शम्स तबरेज,अनवारुल हक गुड्डू,अकरम मंसूरी,शाहनवाज सभासद,अबूजर शेख,मौलाना जावेद,मास्टर मेराज,बेलाल,रियाजुल आदि मौजूद रहे।