
जब पहलीबार दुनिया ने एक बड़ा डिवाइस को देखा हैरान रह गए,

अमेेेरिका न्यूयॉर्क! साल 1973 और तारीख तीन अप्रैल. इंजीनियर मार्टिन कूपर न्यूयॉर्क के सिक्स्थ एवेन्यू के एक कोने में खड़े होते हैं. फिर जेब से फ़ोन बुक निकालते हैं. इसके बाद वो क्रीम रंग के एक बड़े डिवाइस पर लिखे नंबर को दबाते हैं और उसे अपने कान से लगा लेते हैं. इस दौरान वहां से गुजर रहे लोग उन्हें घूरते हैं क्योंकि वो कुछ ऐसा देख रहे थे, जो उन्होंने पहले कभी नहीं देखा था.
दरअसल यह हाथ से पकड़ सकने वाले यानी हैंडी फोन से किया गया पहला कॉल था. मोटरोला कंपनी की अपनी टीम के साथ मार्टिन कूपर ने सन 1973 में पहला मोबाइल फ़ोन बनाया था और उसका वज़न दो किलोग्राम था.
मोटोरोला के इस इंजीनियर ने अपनी प्रतिद्वंद्वी फर्म बेल लेबोरेट्रीज के एक कर्मी को कॉल किया और कहा- मैं आपको पर्सनल, हाथ में पकड़ने लायक और अपने साथ ले जा सकने वाले सेल फोन से कॉल कर रहा हूं.
बेल कंपनी उस दौरान कार में इस्तेमाल हो सकने वाला फोन तैयार करने पर काम कर रही थी.
94 साल के कूपर हंसते हुए बताते हैं, जब मैंने उन्हें हैंडी सेल फोन के बारे में बताया तो शायद वो अपने दांत पीस रहे थे.”
इस पहले कॉल के 11 साल बाद मोटोरोला डायनाटैक 8000x वर्जन को लॉन्च किया गया. इस फ़ोन की कीमत मौजूदा समय के हिसाब से करीब एक लाख रुपये थी.